हमारे देश के कई नेताओं की सूरत छुपी ही है......
जिनके जुल्म से दुखी है जनता हर बस्ती हर गाँव में,
दया धरम की बात करें वो, बैठ के सजी सभाओं में,
दान का चर्चा घर-घर पहुंचे, लूट की दौलत छुपी रहे,
नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे।
देखें इन नकली चेहरों की कब तक जय-जयकार चले,
उजले कपड़ों की तह में, कब तक काला संसार चले,
कब तक लोगों की नजरों से, छुपी हकीकत चुपी रहे,
नकली चेहरा सामने आए, असली सूरत छुपी रहे।
ji haan ye gana hai.... sahir ludhyanvi ka..... magar aajkal sarkar par thik baith rha hai.... aapka kya khyal hai...?
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