Aagaaz.... nayi kalam se...

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Kya likhun...???

Monday, September 26, 2016

तुम_और_मैं

#दूसरी_कड़ी
तुम- आयी क्यों नहीं?
मैं- कब?
तुम- जब आने वाली थीं।
मैं- मैं आयी थी, तुम मिले नहीं।
तुम- पर मैं तो वहीं था।
मैं- मुझे दिखे नहीं, मैंने आवाज़ भी लगाई थी।
तुम- हां, सुना था मैंने... जवाब देने का मन नहीं हुआ।
मैं- फिर क्यों पूछ रहे हो कि आयी क्यों नहीं?
तुम- मुझे लगा शायद पूछने से तुम दोबारा आ जाओ।
मैं- क्या तुम चाहते हो कि मैं आऊं?
तुम- नहीं, ज़रूरी नहीं है।
मैं- तुम चाहते क्या हो?
तुम- कुछ भी नहीं.. तुम क्या चाहती हो?
मैं- कि तुम कुछ चाह लो... और जो भी चाह लो, उसे पा लो।

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